जमालपुर, निज प्रतिनिधि : रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के जमालपुर आगमन की घड़ी अब नजदीक आ चुकी है। 23 मई, शुक्रवार को रेलमंत्री चौथी बार जमालपुर पहुंचने वाले हैं। इस दौरे को लेकर रेल इंजन कारखाना जमालपुर, मॉडल स्टेशन जमालपुर, पूर्व रेलवे मालदा मंडल, और ईस्टर्न रेलवे कोलकाता प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। साथ ही, रेल और सिविल प्रशासन ने आपसी समन्वय के साथ सुरक्षा के लिए व्यापक कदम उठाने की रणनीति तैयार की है।
सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियां
रेलमंत्री के दौरे को देखते हुए वर्कशॉप गेट नंबर 1, 3, और 6 पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और सिविल पुलिस की विशेष तैनाती सुनिश्चित की गई है। जमालपुर रेल इंजन कारखाना और स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। क्रेन शॉप, बीएलसी शॉप, बुद्धा पार्क, वैगन शॉप, डब्लूआरएस वन, टूर थ्री, और फोर शॉपों की साफ-सफाई और रंग-रोगन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। खास तौर पर, जमालपुर एक्सप्रेस (मिस मफेट) को भी आकर्षक रूप से सजाया गया है।
जमालपुर स्टेशन पर भी आंतरिक और बाहरी परिसर की साफ-सफाई और रंग-रोगन का कार्य जोरों पर है। विशेष रूप से, दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म तक आसानी से पहुंचने हेतु विशेष स्टीकर लगाए गए हैं। जर्जर दीवारों की मरम्मत और निर्माणाधीन 12 मीटर फुट ओवर ब्रिज की खुदाई स्थल को ढकने का काम भी पूरा किया जा रहा है ताकि वीआईपी मूवमेंट के दौरान कोई हादसा न हो।
रेलमंत्री का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम
रेलमंत्री का दौरा मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम के अनुसार होगा। सुबह 11:00 बजे जमालपुर पहुंचने के बाद, रेलमंत्री 30 मिनट बाद रेल इंजन कारखाना के लिए रवाना होंगे। कार्यक्रम इस प्रकार है:
- 11:45 बजे: बुद्धा पार्क पहुंचेंगे।
- 11:50 बजे: 78.96 करोड़ की लागत से वैगन पीओएच स्थल का शिलान्यास करेंगे, जहां प्रति माह 545 से 800 वैगनों की मरम्मत होगी।
- 12:05 बजे: वैगन निर्माण शॉप, बॉक्सन एनएचएल, बीएलसीएस, और बीवीसीएम का निरीक्षण।
- 12:25 बजे: क्रेन शॉप का निरीक्षण, 140 टन क्रेन को रवाना करना, 8 व्हीलर टावर कार और जमालपुर जैक प्रदान करना।
- 12:25 से 1:15 बजे: इरिमी में समय बिताएंगे।
- 1:15 से 1:25 बजे: जिमखाना में रहेंगे।
रेलमंत्री दोपहर 2:30 बजे जमालपुर से पटना के लिए रवाना होंगे।
रेलमंत्री के दौरे का महत्व
रेलमंत्री का यह दौरा जमालपुर के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे न केवल रेल इंजन कारखाने की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि स्टेशन की सुविधाओं में भी सुधार होगा। यह दौरा स्थानीय रेल प्रशासन और जनता के लिए उत्साह का विषय बना हुआ है।