झंझारपुर (मधुबनी), 26 नवंबर। बिहार विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतों से दूसरी बार विजयी हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नीतीश मिश्रा का मंगलवार को उनके गृह क्षेत्र झंझारपुर में जोरदार स्वागत किया गया। नई सरकार गठन के बाद पहली बार अपने क्षेत्र पहुंचे नीतीश मिश्रा का जगह-जगह फूलमालाओं, आतिशबाजी और नारों से स्वागत हुआ।
एनएच-27 स्थित राजे टोल प्लाजा से ही सैकड़ों एनडीए कार्यकर्ताओं ने काफिले के साथ चलना शुरू किया। रास्ते में दर्जनों स्थानों पर स्थानीय लोगों ने पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया। झंझारपुर पहुंचकर सबसे पहले उन्होंने शांतिनाथ मंदिर के पास ललित नारायण मिश्र स्मारक पर माल्यार्पण किया। इसके बाद बेहट गांव में ग्रामीणों ने और लंगड़ा चौक पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
लंगड़ा चौक पर सामाजिक कार्यकर्ता रविंद्र भारती के नेतृत्व में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में जनता को संबोधित करते हुए नीतीश मिश्रा ने कहा, “मैं झंझारपुर का बेटा हूं। बेटा बनकर ही रहना है और बेटा बनकर ही झंझारपुर के विकास के लिए काम करना है। जनता ने जो उम्मीद और इतना बड़ा जनादेश दिया है, उसे पूरा करने का काम चुनाव परिणाम के अगले दिन से ही शुरू हो गया है। एक पल भी बर्बाद नहीं करूंगा।”
कन्हौली स्थित भाजपा कार्यालय में हजारों कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी और ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया। यहां आयोजित अभिनंदन समारोह में श्री मिश्रा ने कहा, “झंझारपुर ने जितनी बड़ी जीत दी है, उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी है। मैं इसे बेटे की तरह निभाऊंगा।”
मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर उठे सवालों के जवाब में उन्होंने स्पष्ट कहा, “मंत्री बनना या न बनना मुख्यमंत्री और पार्टी नेतृत्व का अधिकार क्षेत्र है। मेरा काम क्षेत्र की जनता की सेवा करना है। मैं उसी में लगा हूं।” साथ ही विपक्ष के चुनावी आरोपों पर मुस्कुराते हुए बोले, “जनता ने मतपेटी में इसका करारा जवाब दे दिया है।”
हालांकि कार्यकर्ताओं व आम जनता में यह चर्चा जोरों पर रही कि इतनी बड़ी जीत के बावजूद नीतीश मिश्रा को अभी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। लोगों ने उम्मीद जताई कि भविष्य में उन्हें सूबे की नई सरकार में बड़ा दायित्व जरूर मिलेगा।
इस मौके पर बड़ी संख्या में एनडीए नेता, कार्यकर्ता और आम नागरिक मौजूद रहे।




