नरपतगंज प्रखंड के अंतर्गत आने वाले रामघाट कोसकापुर पंचायत के लोगों की परेशानी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। यहां के ग्रामीण पिछले कई सप्ताह से बिजली की आंख-मिचौली से जूझ रहे हैं। कभी बिजली आती है तो कभी चली जाती है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम होते ही बिजली का खेल शुरू हो जाता है — कभी आती है तो कभी चली जाती है। कई बार तो पूरी रात अंधेरे में बीत जाती है। इस समस्या से छात्र, किसान, दुकानदार और गृहिणियां सभी परेशान हैं। छात्र वर्ग का कहना है कि परीक्षा नजदीक होने के बावजूद वे ढंग से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। मोबाइल और लैपटॉप चार्ज न होने से ऑनलाइन पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
गृहिणियों का कहना है कि बिजली की लगातार कटौती के कारण पानी मोटर से नहीं उठता, जिससे सुबह-शाम की दिनचर्या बाधित हो रही है। वहीं दुकानदारों का कहना है कि बिजली के अभाव में रेफ्रिजरेटर और इनवर्टर काम नहीं करते, जिससे उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है।
गांव के किसानों ने बताया कि खेतों की सिंचाई के लिए डीजल इंजन का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे अतिरिक्त खर्च बढ़ गया है। उन्होंने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर की क्षमता भी कमजोर है और कई बार ओवरलोड होने के कारण बिजली कट जाती है। जबतक विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचते हैं, तबतक घंटों बिजली गुल रहती है।
इस समस्या को लेकर पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने भी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि विभाग को बार-बार अवगत कराने के बावजूद समाधान नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही व्यवस्था नहीं सुधरी तो वे प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन करेंगे।