महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल: संध्या शाह ने रेलवे में रचा इतिहास

श्रीमती संध्या शाह ने उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मण्डल में पहली महिला लोको पायलट के रूप में मालगाड़ी का स्वतंत्र संचालन कर इतिहास रचा। महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और उपलब्धि। पढ़ें पूरी खबर।

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Highlights
  • 2016 में सहायक लोको पायलट के रूप में रेलवे सेवा में शामिल हुईं।
  • 2016 में सहायक लोको पायलट के रूप में रेलवे सेवा में शामिल हुईं।
  • 2016 में सहायक लोको पायलट के रूप में रेलवे सेवा में शामिल हुईं।

लुधियाना, 28 जून 2025: उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मण्डल में एक बार फिर महिला सशक्तिकरण की मिसाल कायम हुई है। श्रीमती संध्या शाह, पुत्री लाल बहादुर शाह, ने लोको पायलट (गुड्स) के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर मालगाड़ी का स्वतंत्र रूप से संचालन कर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि उन्हें फिरोजपुर मण्डल में इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला कर्मचारी बनाती है।

संध्या शाह, जिनके पास डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की शैक्षिक योग्यता है, 8 फरवरी 2016 को रेलवे भर्ती बोर्ड, जम्मू से चयनित होकर रेलवे सेवा में शामिल हुई थीं। उन्होंने 28 अगस्त 2016 को सहायक लोको पायलट (ALP) के रूप में लुधियाना मुख्यालय में अपनी सेवाएं शुरू कीं।

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28 जून 2025 को संध्या शाह ने लोको पायलट (गुड्स) के रूप में मालगाड़ी का संचालन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। वह फिरोजपुर मण्डल में इस पद पर पदोन्नति पाने वाली पहली महिला कर्मचारी हैं और मण्डल की दूसरी महिला लोको पायलट बन गई हैं।

इस उपलब्धि में उनके साथ सहायक लोको पायलट (ALP) ड्यूटी में श्रीमती आरती और CLI ड्यूटी में श्री हरमिंदर सिंह ने भी रेलवे सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

यह उपलब्धि न केवल संध्या शाह की मेहनत और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि भारतीय रेलवे में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और उनके सशक्तिकरण को भी रेखांकित करती है।

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