पटना 19 मई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को राजस्थान के दौरे पर कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ करने जा रहे हैं। इस दौरान वे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में तैयार किए गए 103 आधुनिक रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे। ये स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं, भारतीय संस्कृति, और स्थानीय विरासत को दर्शाने वाले डिजाइन के साथ तैयार किए गए हैं।
रेल मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी बीकानेर के देशनोक रेलवे स्टेशन से इस मेगा प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे, जो पाकिस्तान सीमा के नजदीक स्थित है। इस मंच से वे देशभर के अन्य 102 स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन भी करेंगे। इनमें राजस्थान के देशनोक, बूंदी, मांडलगढ़, गोगामेड़ी, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जंक्शन, बिजनौर, गोवर्धन, गुजरात के देरोल, सिहोर जंक्शन, और दक्षिण भारत के कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु जैसे राज्यों के स्टेशन शामिल हैं।
प्रमुख स्टेशनों की सूची:
- उत्तर प्रदेश: सहारनपुर जंक्शन, बिजनौर, गोवर्धन, बरेली सिटी, सिद्धार्थनगर, गोला गोकर्णनाथ, करछना, ईदगाह आगरा जंक्शन
- गुजरात: देरोल, सिहोर जंक्शन, सामाखियाली जंक्शन, पालिताना, मोरबी, डाकोर, हापा, मीठापुर
- छत्तीसगढ़: भिलाई, भानुप्रतापपुर, अंबिकापुर
- बिहार: पीरपैंती, थावे जंक्शन
- झारखंड: राजमहल, गोविंदपुर रोड
- कर्नाटक: बगलकोट, धारवाड
- केरल: वडकरा, चिराईनिकिल
- तमिलनाडु: समलपट्टी, चिदंबरम, श्रीरंगम, वृद्धाचलम जंक्शन
- तेलंगाना: बेगमपेट, करीमनगर, वारंगल
- मध्य प्रदेश: सिवनी, ओरछा, नर्मदापुरम
- महाराष्ट्र: इतवारी, चिंचपोकली, परेल, अमगांव, धुले, माटुंगा
- पश्चिम बंगाल: पानागढ़, जॉयचंडी पहाड़
- आंध्र प्रदेश: सुलुरपेटा
- असम: हरबरगांव
- पुडुचेरी: माहे
- हरियाणा: मंडी, डबवाली
- हिमाचल प्रदेश: बैजनाथ, पपरोला
अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य:
रेलवे मंत्रालय की अमृत भारत स्टेशन योजना देशभर के 1300 से अधिक स्टेशनों के आधुनिकीकरण से जुड़ी है। इन स्टेशनों को न केवल यात्रा का ठिकाना बनाया जा रहा है, बल्कि स्थानीय संस्कृति, वास्तुकला, और परंपराओं को दर्शाने वाला एक अनूठा अनुभव भी प्रदान किया जा रहा है।
स्टेशनों की खासियतें:
- यात्री सुविधाएं: बेहतर वेटिंग एरिया, हाईटेक टिकट काउंटर, कैफेटेरिया, एस्केलेटर, लिफ्ट।
- तकनीकी उन्नति: डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, साफ-सुथरे टॉयलेट्स, बेहतर रोशनी, और सुरक्षा व्यवस्था।
- सांस्कृतिक समावेश: स्थानीय कला, इतिहास, और संस्कृति को दर्शाने वाला डिजाइन।
रेल मंत्रालय का कहना है कि यह योजना भारतीय रेलवे को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।