दरभंगा: पूर्वी रेलवे ने यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने चार जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों – कोलकाता-सीतामढ़ी मिथिलांचल एक्सप्रेस, कोलकाता-मुजफ्फरपुर तिरहुत एक्सप्रेस, कोलकाता-सीतामढ़ी एक्सप्रेस, और कोलकाता-जोगबनी एक्सप्रेस को पुराने ICF रैक के बजाय आधुनिक LHB (लिंक हॉफमैन बुश) रैक से संचालित करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में रेलवे ने आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी है।
LHB रैक में अपग्रेड होने से इन ट्रेनों में न केवल कोच का कम्पोजीशन बदलेगा, बल्कि सीटों की संख्या में भी वृद्धि होगी, जिससे यात्रियों को अधिक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव होगा। LHB कोच अपनी बेहतर तकनीक और सुरक्षा मानकों के लिए जाने जाते हैं।
अपग्रेड होने वाली ट्रेनें:
- गाड़ी संख्या 13155/13156: कोलकाता-सीतामढ़ी मिथिलांचल एक्सप्रेस
Existing Composition | Revised LHB Composition | With effect from |
WGACCN-3, WGCWNAC-2, WGSCN-11, GS-6, GSLRD-2, VP-01 Total 24+01 VP coaches | LSLRD-1, LWLRRM-1, LS-4, LWSCN-10, LWACCN-5, LWACCW-1, LVP/LRAAC-01 Total 22+01 LVP/LRAAC coaches | Ex-KOAA-05.06.2025 Ex-SMI-06.06.2025 |
- गाड़ी संख्या 13157/13158: कोलकाता-मुजफ्फरपुर तिरहुत एक्सप्रेस
Existing Composition | Revised LHB Composition | With effect from |
WGACCN-3, WGCWNAC-2, WGSCN-11, GS-6, GSLRD-2, VP-01 Total 24+01 VP coaches | LSLRD-1, LWLRRM-1, LS-4, LWSCN-10, LWACCN-5, LWACCW-1, LVP/LRAAC-01 Total 22+01 LVP/LRAAC coaches | Ex-KOAA-03.06.2025 Ex-MFP-04.06.2025 |
- गाड़ी संख्या 13165/13166: कोलकाता-सीतामढ़ी एक्सप्रेस
Existing Composition | Revised LHB Composition | With effect from |
WGACCN-3, WGCWNAC-2, WGSCN-11, GS-6, GSLRD-2, VP-01 Total 24+01 VP coaches | LSLRD-1, LWLRRM-1, LS-4, LWSCN-10, LWACCN-5, LWACCW-1, LVP/LRAAC-01 Total 22+01 LVP/LRAAC coaches | Ex-KOAA-07.06.2025 Ex-SMI-08.06.2025 |
- गाड़ी संख्या 13159/13160: कोलकाता-जोगबनी एक्सप्रेस
Existing Composition | Revised LHB Composition | With effect from |
WGACCN-3, WGCWNAC-2, WGSCN-11, GS-6, GSLRD-2 Total 24 coaches | LSLRD-1, LWLRRM-1, LS-4, LWSCN-10, LWACCN-5, LWACCW-1 Total 22 coaches | Ex-KOAA-04.06.2025 Ex-JBN-05.06.2025 |
यह बदलाव यात्रियों की बढ़ती मांग और बेहतर सुविधाओं की आवश्यकता को ध्यान में रखकर किया गया है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस अपग्रेड से न केवल यात्रा का अनुभव बेहतर होगा, बल्कि ट्रेनों की गति और सुरक्षा में भी सुधार होगा।