दरभंगा: मधुबनी से दरभंगा, समस्तीपुर के राते पटना के बीच नई नमो भारत रैपिड रेल को माननीय प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को हरि झंडी दिखा सकते है। जिसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है। जारी अधिसूचना के मुताबिक मधुबनी रेलवे स्टेशन पर रनिंग स्टाफ को ट्रेनिंग देने की बात कही गई है।
क्या है नमो भारत पैपिड रेल
नमो भारत रैपिड रेल देश की पहली हाई-स्पीड ट्रेन है। नमो भारत रैपिड रेल की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो इसे मेट्रो और अन्य स्थानीय ट्रेनों से कहीं अधिक तेज बनाती है। ट्रेन में छह कोच हैं, जिनमें चार स्टैंडर्ड कोच, एक महिला आरक्षित कोच और एक प्रीमियम कोच शामिल हैं। प्रत्येक ट्रेन में 407 सीटें और 1,061 यात्रियों के लिए खड़े होने की जगह है।
कहां चल रही रैपिड रेल
वर्तमान में, नमो भारत ट्रेन साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक 42 किलोमीटर के खंड में संचालित हो रही है। और न्यू अशोक नगर तक विस्तार के बाद इसकी कुल लंबाई 54 किलोमीटर हो गई है। न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक का सफर अब केवल 40 मिनट में पूरा हो रहा है। एनसीआरटीसी ने न्यू अशोक नगर और सराय काले खां स्टेशन के बीच ट्रायल रन भी शुरू कर दिया है, जो जल्द ही परिचालन में शामिल होगा।
प्रमुख विशेषताएं व आधुनिक सुविधाएं
ट्रेन में वाई-फाई, प्रत्येक सीट के लिए चार्जिंग पॉइंट, डायनामिक रूट मैप डिस्प्ले, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, और व्हीलचेयर उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष स्थान उपलब्ध हैं। आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को ड्राइवर से सीधे संपर्क करने के लिए इंटरकॉम की सुविधा भी है।
नमो भारत रैपिड रेल न केवल परिवहन का एक साधन है, बल्कि यह भारत के आधुनिक बुनियादी ढांचे और आत्मनिर्भर भारत के विजन का प्रतीक भी है। यह परियोजना निश्चित रूप से देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
